जहां सुमति ................
बिरजू और शरणार्थी
मोनू की कहानी
अनहोनी
अनंत की यात्रा
उदार हदया अंकिता एवं आलोक का प्रायश्चित
ग्रामीण सेवा का विहंगम दृष्य
दादा जी का अविस्मरणीय ऋण
प्रायश्चित
अतिथि तुम कब आओगेः
डिफाल्टर
डॅाक्टर के मन की बात।
दुखी मन मेरे
जिन्दगी एक खुली किताबः